प्यार जो कभी खत्म नहीं हुआ
मैं देखते नहीं थकता
पुराना चित्र रखा
कारणों के दाग के बीच
केवल दिल जानते हैं
शायद पन्नों में लिपटा हुआ
उस प्यार का जो कभी खत्म नहीं हुआ
और यह स्मृति में रहा और समाप्त हो गया
पागल चालाक अस्वीकृति में
मीडिया और इस तरह की चीख
बचे हुए घंटों को छोड़ना
औजारों के कूल्हों पर
ध्यान मस्तिष्क को प्रदूषित करना
बर्बाद खाली मिनटों के बीच
तुम कहाँ रहोगे, मेरे बीज
मेरा फूल, मेरी खूबसूरत गुलाब की झाड़ी
मेरी क्रीम का गरमागरम
मैं आपकी सुंदर तस्वीर देखता हूं
कोर्ट के उत्कीर्णन में मुहर लगी
उस प्यार का जो एक दिन खिल गया।